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जाने नरसिंहपुर जिले के बारे में 😍 अपना नरसिंहपुर

जय हिंद दोस्तों 🇮🇳

दोस्तों आज हम नरसिंहपुर जिले से संबंधित उन तमाम जानकारियों को जानने वाले हैं जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है इसके अलावा नरसिंहपुर जिले से संबंधित यह रोचक जानकारियां आपको एक अलग ही आनंद का अनुभव कराएंगी, तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें और गर्व से कहें कि हम नरसिंगपुरिया हैं 🥰

नरसिंहपुर जिले का गठन व प्राचीन नाम

मध्य प्रदेश के गठन के फलस्वरुप ही नरसिंहपुर जिले का गठन भी 1 नवंबर सन् 1956 को हुआ।

भारत के मध्य में स्थित मध्य प्रदेश व इसी मध्य प्रदेश के मध्य में स्थित हमारे नरसिंहपुर जिले का प्राचीन नाम गडरिया खेड़ा था।

नरसिंहपुर जिले का नामकरण 

यदि हम नरसिंहपुर जिले के इतिहास को देखें तो यहां पहले जाटों का शासन हुआ करता था और इन्हीं जाटों ने यहां नरसिंह भगवान का मंदिर बनवाया था जो कि 28 वर्षों में बनकर पूर्ण हुआ था और इसी मंदिर के आधार पर इस क्षेत्र का नाम नरसिंहपुर पड़ा।

नरसिंहपुर जिले के विषय में जानकारी

मुख्यालय - नरसिंहपुर

क्षेत्रफल - 5,133 वर्ग किलोमीटर

लिंगानुपात - 920 महिलाएं/1000 पुरुषों पर(जनगणना 2011 के अनुसार)

जनसंख्या घनत्व - 213 प्रति वर्ग किलोमीटर

साक्षरता - 75.7%(2011 की जनगणना के अनुसार)

तहसीलें - 5(नरसिंहपुर,गाडरवारा, गोटेगांव, करेली, तेंदूखेड़ा)

विकासखंड- 6 (नरसिंहपुर,गोटेगांव, चावरपाठा, करेली , साईंखेड़ा, बाबई-चीचली)

नरसिंहपुर जिले में बहने वाली नदियां

मां नर्मदा, शक्कर नदी,‌दूधी नदी, सीता रेखा नदी, उमर नदी बघेल नदी, चिन्की नदी ।

नरसिंहपुर जिले से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां

👉नरसिंहपुर जिले के उत्तर में विंध्य पर्वत श्रेणी व दक्षिण में सतपुड़ा श्रेणी आती है।

👉भारत का प्रथम हिंदी भाषी पूर्ण साक्षर जिला

👉मध्य प्रदेश का पहला खुले में शौच से मुक्त जिला

👉एकमात्र किशोर बंदी ग्रह नरसिंहपुर जिले में ही स्थित है

👉एकमात्र हॉकी छात्रावास व वॉलीबॉल छात्रावास भी इसी जिले में है।

👉प्रदेश में करेली ( नरसिंहपुर जिला ), गुड उत्पादन में प्रथम स्थान पर है।

👉नरसिंहपुर जिले को तुवर दाल में भी प्रथम स्थान प्राप्त है इसके अलावा गन्ना उत्पादन व शक्कर उत्पादन में भी नरसिंहपुर जिला प्रथम स्थान पर है।

नरसिंहपुर जिले से संबंधित प्रमुख व्यक्ति

  • भवानी प्रसाद मिश्र ( कवि )
  • महर्षि महेश योगी 
  • सैयद हैदर रज़ा ( चित्रकार )
  • श्रीमती रोमा रघुवंशी ( Mrs MP - 2019 )
  • आशुतोष राणा ( फिल्म अभिनेता )

नरसिंहपुर जिले से संबंधित रोचक जानकारियां

👉तुलसी रंगत नामक पत्रिका का प्रकाशन नरसिंहपुर जिले से ही होता है।

👉नरसिंहपुर जिला, जबलपुर संभाग के अंतर्गत आता है जोकि सबसे बड़ा संभाग है।

👉 सन् 1872 में गाडरवारा के भटरा ग्राम में पाषाणयुगीन जीवाष्म युक्त पशुओं के अवशेष व बलुआ पत्थर के उपकरण मिले।

👉नरसिंहपुर जिले में विभिन्न प्रकार की मिट्टियां पाई जाती हैं जिनमें काली मिट्टी, चिकनी मिट्टी, पथरीली मिट्टी व रेतीली मिट्टी शामिल है।

👉खनिज के क्षेत्र में भी नरसिंहपुर जिला अपने आप में एक विशेष अस्तित्व रखता है यहां चूना पत्थर, डोलोमाइट और फायर क्ले आदि प्राप्त किए गए हैं।

👉इसके अलावा नरसिंहपुर के गोटीटोरिया ग्राम के पास की खदानों से इमारती पत्थर प्राप्त किए गए हैं। 

👉नरसिंहपुर जिले के करेली तहसील के मोहद गांव में संस्कृत भाषा बोली जाती है।

👉नरसिंहपुर को पहले बिलथारी या बलथारी के नाम से भी जाना जाता था क्योंकि यह क्षेत्र राजा बलि की जन्म स्थली रहा है।

👉नरसिंहपुर जिले से 27 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम बरेठा को विराट नगरी के नाम से भी जाना जाता है यह क्षेत्र महाभारत के इतिहास से संबंध रखता है इसी ग्राम में पांडव गुफाएं भी हैं। कहा जाता है कि पांडवों ने कुछ समय के लिए यह अपना अज्ञातवास निकाला था।

👉बोहानी- इस क्षेत्र में आल्हा ऊदल के पिता जसराज व चाचा अछराज ने शासन किया है।

नरसिंहपुर जिले से संबंधित प्रसिद्ध पर्यटक स्थल 

👉टोन घाट - इस स्थल को छोटा भेड़ाघाट के नाम से भी जाना जाता है। यह जगह नरसिंहपुर जिले से 27 किलोमीटर दूर बरेठा गांव में स्थित है। 

अपनी चट्टानों व आकर्षक आकृति के कारण यहां दूर-दूर से लोग पिकनिक मनाने आते हैं।

इसी स्थल के समीप कुटी नामक एक आश्रम भी है।

👉डमरू घाटी - डमरू घाटी नरसिंहपुर जिले का एक ऐसा धार्मिक स्थल है, जहां पर आपको शिव भगवान जी के अनेक रूपों के दर्शन हो जाते हैं। डमरू घाटी के पास शक्कर नदी बहती है, जिस कारण से यह नजारा और भी अधिक आकर्षक हो जाता है आप गाडरवारा से डमरू घाटी की तरफ आते हुए इस नदी को आसानी से देख पाएंगे।

गाडरवारा में डमरू घाटी के अलावा भी अनेक प्रसिद्ध स्थल है।

👉गाडरवारा से ही 19 किलोमीटर दूर चौगान/चौरागढ़ का किला स्थित है जिसे 15 वी शताब्दी में गड़ा राजवंश के गोंड राजा संग्राम शाह द्वारा बनवाया गया था।

बरमान घाट - इस घाट में नर्मदा नदी सात धाराओं में बहती है जिस कारण से इस क्षेत्र की गरिमा और अधिक बढ़ जाती है यहां अक्सर श्रद्धालु अपने समस्त पापों को नाश करने के लिए मां नर्मदा में स्नान करने आते हैं इसी क्षेत्र में हाथी दरवाजा, वराह की प्रतिमा, व रानी दुर्गावती का मंदिर भी स्थित है।

👉हाथीनाला जलप्रपात नरसिंहपुर का एक प्राकृतिक जलप्रपात है। यह जलप्रपात घने जंगलों के बीच में स्थित है।

नरसिंहपुर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल

दादा महाराज -शहर से करीब 6 किमी दूर एनएच 26 पर बना दूल्हा देव का मंदिर, आस्था का केंद्र है। 

दादा महाराज के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं कहा जाता है कि जो भी इनके दर पर आया है वह कभी खाली हाथ नहीं गया है। शनिवार के दिन इनके दर्शन का बड़ा महत्व है, श्रद्धालुओं के द्वारा इस दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसका अपना ही एक महत्व है।

झोतेश्वर आश्रम- जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष एवं द्वारका पीठाधीश्वर सरस्वती महाराज की तपोभूमि व कर्मभूमि।

राज-राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी का विशाल एवं भव्य मंदिर भी यही स्थित है।

सदर मडिया- सदर मड़िया नरसिंहपुर जिले का एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है यह मंदिर दुर्गा जी को समर्पित है यहां प्रत्येक साल चैत्र मास की नवरात्रि में जवारो की स्थापना की जाती है।

नरसिंह भगवान का मंदिर - नरसिंहपुर जिले के नरसिंह मंदिर से ही नरसिंहपुर जिले की पहचान है भगवान नरसिंह के इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां स्थापित मूर्ति गर्भगृह में निर्मित स्तंभ पर विराजित है, जो अपने आप में अनूठी मानी जाती है। 

मंदिर में नरसिंह प्रतिमा ऐसे चमत्कारित कोण पर रखी गई है कि मूर्ति को चाहे किसी भी ओर से देखा जाए चाहे समीप से या 100 मीटर दूर खड़े होकर या बैठकर देखा जाए, देखने वाले को सभी ओर से प्रतिमा के ही दर्शन होते हैं। 

मंदिर में एक सुरंग भी है और एक तलघर भी है जोकि केवल नरसिंह जयंती पर ही खोला जाता है।

नरसिंहपुर जिले के इस मंदिर का बड़ा महत्व है इस मंदिर के दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी जनसंख्या में प्रतिवर्ष आते हैं।

इनके अलावा

सिद्ध बाबा 

जबरेश्वर महादेव मंदिर

हनुमान टेकरी झोतेश्वर 

पराहमशीं गंगा आश्रम

गणेश मंदिर

राम मंदिर 

डमरू घाटी 

राजा बाबू 

आदि धार्मिक स्थल भी नरसिंहपुर जिले में स्थित है।

नरसिंहपुर जिले में आयोजित मेले

देवी मडिया का मेला, बरमान का मेला,वैनगंगा का मेला, मानेगांव खेल मेला (रुद्र प्रताप सिंह की स्मृति में) इस जिले के प्रसिद्ध मेले हैं।।

One liner Fact's

👉गाडरवारा व गोटेगांव में बीड़ी उद्योग स्थापित है।

👉करेली अपने स्वादिष्ट गुड़ के लिए प्रसिद्ध है।

👉नरसिंहपुर जिले का पिन कोड -487001

👉नरसिंहपुर जिले से नेशनल हाईवे NH-12 व NH-26 होकर गुजरता है।

👉गाडरवारा में थर्मल पावर पॉइंट ( विद्युत क्षमता- 3200MW) का निर्माण सन् 2014 में किया गया।

दोस्तों आशा करता हूं कि नरसिंहपुर जिले से संबंधित यह सभी रोचक जानकारियां आपको पसंद आई होगी, इसके अलावा भी नरसिंहपुर जिले से संबंधित कोई भी रोचक जानकारी यदि आप जानते हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं हम उस जानकारी को इस लेख में अवश्य ही जोड़ेंगे।

दोस्तों मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के विषय में रोचक जानकारियां आपको इसी वेबसाइट पर जल्द ही उपलब्ध कराई जाएंगी कृपया कर हमें आज ही फॉलो करें और यदि आप नरसिंहपुर क्षेत्र से संबंधित है तो एक Share तो बनता है।🥰 धन्यवाद 🙏 जय दादा महाराज 🙏

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