जय हिंद दोस्तों 🇮🇳
दोस्तों मध्य प्रदेश के जिले बार अध्ययन कि श्रेणी में आज हम मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के विषय में जानने वाले हैं।
इंदौर जिले से बनने वाले तमाम महत्वपूर्ण प्रश्न जो कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं आज हम उन सभी प्रश्नों को जानेंगे इसके अलावा इंदौर के धार्मिक स्थल, पर्यटक स्थल व इंदौर जिले से संबंधित अनेक रोचक जानकारियां भी हम जानने वाले हैं।
आप इस पोस्ट को अंत तक जरूर देखें यकीन मानिए आपको बहुत मजा आने वाला है।
चलिए इंदौर घूमते हैं
जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला व दूसरा सबसे बड़ा संभाग इंदौर पर एक नजर -
जिला – इंदौर
संभाग – इंदौर (शामिल कुल 8 जिले)
मुख्यालय – इंदौर
क्षेत्रफल – 3898 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या – 32,76,697 (जनगणना 2011 के अनुसार)
लिंगानुपात – 928
जनसंख्या घनत्व – 841 प्रति वर्ग किलोमीटर
साक्षरता – 80.9% (जनगणना 2011 के अनुसार)
तहसील – इंदौर जिले मे 10 तहसील है
( जूनी इंदौर, कनाडिया, बिचौली हप्सी, मल्हारगंज, खुडैल, राऊ, डॉ अम्बेडकर नगर (महू), सांवेर, देपालपुर, हातोद )
विकासखंड – इंदौर, महू, सांवेर, देपालपुर।
इंदौर जिले का इतिहास
इंदौर जिले की स्थापना-
इंदौर जिले की स्थापना सन् 1732 ईस्वी में मालवा के प्रथम मराठा सूबेदार मल्हार राव होलकर के द्वारा की गई।
मल्हार राव होलकर जिन्हें उत्तरी भारत और मध्य भारत का किंग मेकर भी कहते हैं।
इनका समाधि स्थल भिंड जिले में है।
बाद में इस क्षेत्र में अहिल्याबाई होल्कर ने शासन किया जो कि शिव भक्त थी और इन्हीं की याद में इंदौर जिले में प्रतिवर्ष अहिल्या उत्सव मनाया जाता है व इनके नाम पर ही महिलाओं को अहिल्याबाई सम्मान से सम्मानित भी किया जाता है।
अहिल्याबाई सम्मान के विषय में जानकारी
शुरुआत – सन 1997 ईस्वी से।
अहिल्या बाई सम्मान पुरस्कार में ₹200000 की राशि उपहार स्वरूप प्रदान की जाती है।
प्रथम विजेता – तीजन बाई ( जिन्हें 1997 में इस सम्मान से सम्मानित किया गया)
कृष्णा वर्मा- उज्जैन 2017-18
शांतिदेवी झा, बिहार 2018-19
इंदौर जिले के उद्योग
आखिर इंदौर इतना प्रसिद्ध क्यों है ? चलिए जानते हैं-
👉सूती वस्त्र उत्पादन में मध्यप्रदेश में प्रथम जिला।
👉1907 में पहली सफल सूती कपड़ा मिल इंदौर के मालवा मिल में स्थापित की गई।
👉मध्यप्रदेश में स्थित छह मृगनयनी एंपोरियम में से एक इंदौर जिले में स्थित है।
मृगनयनी एंपोरियम का संबंध सूती वस्त्रों की बिक्री से है
इसी आधार पर इंदौर को मिनी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है।
👉राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान केंद्र इंदौर जिले में ही स्थित है।
👉ज्वेलरी कांपलेक्स, रेडीमेड गारमेंट्स कॉप्लेक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एयर कार्गो कंपलेक्स यह सभी इंदौर जिले में ही स्थित है।
👉एकमात्र छाता उद्योग व महीन पेपर कारखाना यह भी इंदौर के महू तहसील में ही स्थित है।
👉प्रदेश का पहला विशेष आर्थिक क्षेत्र तथा बांस का सरकारी शोरूम इंदौर जिले में ही स्थित है
👉मालवा क्षेत्र का पहला फल अनुसंधान केंद्र इंदौर जिले में स्थित है
इसके अलावा इंदौर जिले में स्थित है-
👉प्रदेश की पहली ऋतु संबंधी वेधशाला
👉मध्य प्रदेश वित्त निगम 1955
👉एशिया का पहला लेजर अनुसंधान केंद्र
👉प्रदेश का सबसे छोटा वन्य जीव अभ्यारण रालामंडल
एक नजर रालामंडल पर
क्षेत्रफल 2.34 वर्ग किलोमीटर
प्रदेश का दूसरा तितली पार्क यही है
(पहला रायसेन में है)
एक नजर इंदौर संभाग की महू तहसील पर
सात पहाड़ियों से घिरी महू तहसील अपने पर्यटन क्षेत्र में व सैन्य शक्ति के क्षेत्र में काफी चर्चित है।
महू तहसील के जानापाव पहाड़ी से मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी नदी चंबल का उद्गम स्थान है।
महू की जानापाव पहाड़ी को परशुराम भगवान की जन्म स्थली के रूप में जाना जाता है इसी पहाड़ी पर वाचू प्वाइंट स्थित है जहां से चंबल नदी निकलती है।
एक नजर चंबल नदी पर
लंबाई 965 किलोमीटर।
बहती है – मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ।
चंबल नदी के प्राचीन नाम – धर्मावती, कामधेनु,चरमवाती, रंति देव की कीर्ति।
मऊ में ही मालवा के पठार की सबसे ऊंची चोटी सिगार स्थित है जिसकी लंबाई 881 मीटर है।
हजारी चोटी भी महू तहसील में ही स्थित है।
महू का वर्तमान नाम – अंबेडकर नगर
MHOW Full Form – military headquarter of war
👉देश की सबसे बड़ी सैनिक छावनी महू में ही स्थित है।
👉महू मैं ही मिलिट्री स्कूल वइन्फेंट्री स्कूल स्थित है।
भारत का सबसे स्वच्छ शहर
इंदौर ने फिर से एक बार 2020 स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया है इसके पहले भी लगातार 2017-18- 19 की स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर, भारत का सबसे स्वच्छ जिला रहा है। और इसी के साथ अब इंदौर पंच लगाने की तैयारी में जुट गया है 👍
इंदौर जिले के विषय में रोचक जानकारी
👉नलकूपों के माध्यम से सर्वाधिक सिंचित करने वाला जिला- इंदौर
👉रुस्तम जी का प्रशिक्षण केंद्र भी इंदौर में ही स्थित है।
👉सर्वश्रेष्ठ पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज भी इंदौर में ही स्थित है।
👉भारत का नेपोलियन कहे जाने वाली महाराजा यशवंत राव होलकर का संबंध इंदौर जिले से ही है जिनके नाम पर m.y. हॉस्पिटल 1955 में बनाया गया।
👉एशिया का पहला लेजर अनुसंधान केंद्र इंदौर जिले में स्थित है।
👉आलू उत्पादन में भी इंदौर जिले को प्रथम स्थान प्राप्त है।
👉नेशनल हाईवे NH-3 व NH- 59 इंदौर से होकर ही गुजरते हैं।
👉उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ इंदौर में स्थापित है जिसकी स्थापना 28 नवंबर 1965 को की गई थी।
इंदौर परिवहन एवं संचार पर एक नजर
👉इंदौर में स्थित नेहरू स्टेडियम में 23 जून 2018 को मोदी जी ने बस सूत्र सेवा पहल को प्रारंभ किया था।
👉इंदौर में पहली रेलवे लाइन की शुरुआत सन 1869 में की गई। इसके अंतर्गत इंदौर से खंडवा तक ट्रेन चलाई गई।
👉मध्य प्रदेश का पहला ड्राइविंग ट्रैक सन 2018 में इंदौर में ही बनाया गया।
👉4 अक्टूबर 2018 को भोपाल व इंदौर जिले में मेट्रो लाइन को बिछाने की अनुमति दी गई।
इंदौर मेट्रो ट्रेन के वास्तुकार रोहित गुप्ता जी है।
👉मध्य प्रदेश का पहला वायु परिवहन इंदौर जिले में ही है
👉26 जुलाई 1948 को प्रदेश की पहली हवाई उड़ान इंदौर से ग्वालियर तक रही।
👉प्रदेश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा देवी अहिल्याबाई होल्कर नेशनल हवाई अड्डा इंदौर संभाग का ही है।
👉प्रदेश का पहला आकाशवाणी केंद्र 22 मई 1955 को स्थापित किया गया।
👉इंदौर मैं ही पहला दूरदर्शन केंद्र सन 1984 में खोला गया।
👉मध्य प्रदेश का पहला जिला जो पूर्ण रूप से सौर ऊर्जा से संचालित है इंदौर का कस्तूरबा गांव।
👉मध्य प्रदेश का पहला हिंदी भाषी समाचार पत्र मालवा अखबार सन 1848 में इंदौर से ही प्रारंभ हुआ।
मालवा अखबार के संपादक पंडित प्रेम नारायण जी है।
👉मध्य प्रदेश की पहली एकमात्र खेल पत्रिका खेल हलचल का प्रकाशन सन् 1915 में इंदौर जिले से किया गया
👉राज्य का पहला मासिक पत्र नवजीवन (1915 ) की शुरुआत भी यहीं से हुई। 1939 में यह नवजीवन मासिक से प्रत्येक दिन की दिनचर्या में शामिल हो गया।
दोस्तों इंदौर जिले से संबंधित जानकारी Part-1 में सिर्फ इतनी जानकारी ही रखते हैं वरना पोस्ट बहुत बड़ी हो जाएगी और आप लोग रुचि लेकर पढ़ नहीं पाएंगे।
तो दोस्तों पार्ट वन में हमने देखा इंदौर जिले का इतिहास व नामकरण, इंदौर की महू तहसील के बारे में, इंदौर के उद्योग, परिवहन एवं संचार व इंदौर जिले से संबंधित रोचक जानकारियों को।
पार्ट 2 में हम देखेंगे इंदौर से संबंधित प्रमुख व्यक्ति, इंदौर का खेल जगत-महत्वपूर्ण खिलाड़ी, इंदौर के विभिन्न दार्शनिक स्थल व पर्यटक स्थल ।
तो दोस्तों आशा करता हूं आपको इंदौर का पार्ट वन जरूर पसंद आया होगा।
दोस्तों कृपया कर इस जानकारी को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि मध्यप्रदेश के जिलेवार अध्ययन कि यह श्रंखला हर व्यक्ति तक पहुंच पाए और वह मध्य प्रदेश के समस्त जिलों के विषय में जान सके और मध्य प्रदेश से पूछे जाने वाले तमाम प्रश्नों को विभिन्न परीक्षाओं में आसानी से कर सके।
यदि आप इंदौर जिले से हैं और अपने किसी व्यवसाय को प्रमोट कर आना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
1 Comments
Bhut sandar
ReplyDeletePlease do not any spam link in the comment box.🙏